गुडवर्क के चक्कर में कानपुर आउटर पुलिस ने करवा ली फजीहत , अभी तक नही हुई लापरवाह पुलिसकर्मियों पर कोई कार्यवाही
पुलिस ने तत्काल ही उसे थाने में मेडिकल कराने के बाद बिधनू पुलिस से वीडियो जुड़ा होने के चलते उसे सौंप दिया और बकायदा औपचारिक रूप से एक प्रेस नोट भी जारी कर दिया गया था।

कानपुर आउटर । लगभग बीते दो हफ्तों से कानपुर के तीन थाने जिनमे से दो नवसृजित थाने हनुमंत विहार , गुजैनी और तीसरा पुराना थाना नौबस्ता खासा चर्चा में बने हुए है और इसका मुख्य कारण है क्षेत्र में अपराधियों और पुलिस की साढ़गाठ के चलते बढ़ता क्राइम का ग्राफ ।
बीती 17 जुलाई को शाम करीब 4 बजे हनुमंत विहार थाना क्षेत्र अंतर्गत रहने वाले एक युवक आशीष बाजपेई उर्फ (सन्ना) का कार में बंधक बना पिटाई किए जाने का वीडियो सोसल मीडिया में वायरल हुआ था जिसके बाद आनन फानन में अधिकारियो के निर्देश पर हनुमंत विहार पुलिस ने अन्य बनाई गई पुलिस टीमों के साथ मिल गुड वर्क किया और वीडियो में दिखाई दे रहे आरोपी सोनू तिवारी एवं अन्य दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया ।
दूसरी घटना । अब एक और मामले का वीडियो जो 20 जुलाई की देर शाम सोसल मीडिया में वायरल होता है जिसमे एक युवक देवेंद्र यादव कार में नग्न स्थिति में होता है और गाड़ी में मौजूद अन्य युवकों से माफी मांगता नजर आता है, वीडियो की जांच में ये साफ हुआ की वीडियो में माफी मंगवाने वाला शख्स और उसे नग्न कर वीडियो बनाने में मुख्य रूप से शामिल वही आरोपी सोनू तिवारी है जो जेल भेजा जा चुका है हालाकि पुलिस ने प्रार्थना पत्र के आधार पर तत्काल सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर अपना पल्ला झाड़ लिया और अन्य नामित अभियुक्तों की तलाश में दोनो ही थानों की पुलिस आजतक है ।
कैसे उलझा मामला । देवेंद्र यादव मामले में घटनाक्रम की जांच नौबस्ता पुलिस कर ही रही थी की एक और अवैध असलहे से फायर करते हुए वीडियो वायरल होता है जिसमे देवेंद्र यादव को भी शामिल दिखा दिया जाता है,जबकि देवेंद्र द्वारा वीडियो में कोई फायर नही किया जाता , बल्कि वीडियो में उसका चेहरा भी साफ नहीं दिखाई देता है लेकिन पुलिस ने तत्काल ही उसे थाने में मेडिकल कराने के बाद बिधनू पुलिस से वीडियो जुड़ा होने के चलते उसे सौंप दिया और बकायदा औपचारिक रूप से एक प्रेस नोट भी जारी कर दिया गया।

कैसे गुडवर्क की रेस पड़ गई भारी । अब लगातार थानों में गुडवर्क की रेस को देखते हुए बिधनू थाना पुलिस कैसे पीछे रह सकती है आखिर कमिश्नरी के साथ आउटर को भी तो गुड वर्क करना था, फिर पीड़ित चाहे 377, 365 जैसे मामले में वादी हो वीडियो में साफ तौर पर दिख ना रहा हो और भले ही अन्य थाना क्षेत्र की पुलिस ने उसे पकड़ कर आपके सुपुर्द किया हो लेकिन गुड वर्क की जल्दबाजी ऐसी थी की साहब से बहुत बड़ी चूक हो गई ।
नौबस्ता थाने ने किया था सुपुर्द। नौबस्ता थाने से सुपुर्दगी लेने के बावजूद कानपुर आउटर के बिधनू थाने में एक मुकदमा संख्या 338/22 धारा 3,25 दर्ज किया जाता है , जिसका क्रेडिट उप निरीक्षक मुकेश कुमार बाजपेई और उनकी टीम लेती है, सब सही चल रहा था लेकिन जल्दबाजी के चक्कर में बाजपेई की तेज तर्रार पुलिस टीम ये भूल गई की एक लड़का जो आरोपी बताया जा रहा है उसे अन्य थाने की फोर्स ने अपनी हिरासत से इन्हे सौंपा था , बस यही सारा खेल खराब हो जाता है।
अब ऐसे में हाल फिलहाल जो हुआ है कैसे आम जनता पुलिस की इस मुखबिर खास वाली लाइन से धोखा नहीं खायेगी, और क्यों आप और हम लापरवाही भरी पुलिसिया कार्यवाही पर प्रश्नचिन्ह खड़ा ना करे ?
खबरों के माध्यम से मामले का संज्ञान लिया गया है जांच की जा रही है , जल्द ही अगर कोई गलती हुई है तब उसपर उचित कानूनी कार्यवाही की जायेगी ।
एसपी आउटर
#Kanpur-अपराध के कुचक्र का पुलिसिया खेल जनता के सामने , एक मामले में दो बाते आई सामने , नौबस्ता पुलिस ने देवेंद्र को पकड़ा फिर सुपुर्द किया और , बिधनू पुलिस अपना अलग गुड वर्क दिखा रही है , @kanpurnagarpol @KanpurOuterpol
अब क्या कहेंगे आप लोग भाई जल्दी जवाब तैयार करिए #crime pic.twitter.com/349DylyOPE— Gaurav Kushwaha (Journalist) (@Gauravlivee) July 26, 2022